सोनाखान ब्लॉक अध्यक्ष पद की दौड़ तेज — छह दावेदार मैदान में।
कसडोल । कांग्रेस संगठन में ब्लॉक अध्यक्ष पद को लेकर सोनाखान क्षेत्र में हलचल तेज हो गई है। छह प्रमुख दावेदारों के नाम चर्चा में हैं, जिनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि और संगठनात्मक सक्रियता पर अलग-अलग राय सामने आ रही है।
सबसे पहले वर्तमान ब्लाक अध्यक्ष युधिष्ठिर नायक का नाम सामने आया है, लेकिन क्षेत्रीय लोगो से सामंजस्य बैठा पाने में असफल रहे हैं, वही काग्रेस शासन काल में ब्लाक अध्यक्ष रहते हुवे अब तक पंचायती राज व्यवस्था के किसी भी पद पर निर्वाचित नही होना इनकी दावेदारी में प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है, साथ ही कई बार चुनावों में विरोधियों से समझौता करने आरोप लगाया जा रहा है, क्षेत्र मे इन्हें मगतुराम भी कहा जाता है क्योंकि जनपद सदस्य चुनाव मे अपनी पत्नी का नाम वापस लेकर बीजेपी समर्थित प्रत्याशी को निर्विरोध विजय दिलाने का श्रेय भी इन्हें जाता है। यह बात भी बताना जरुरी होगा कि प्रत्येक चुनाव मे कांग्रेस उन्ही के गांव से हारती है।
नलकुमार पटेल जो वनांचल क्षेत्र में वर्षो से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुऐ हैं जिनका फायदा उसे सोनाखान के प्रथम ब्लॉक अध्यक्ष के रुप में मिला था लेकिन इसे भुना पाने में असफल रहें, और ब्लाक कार्यकारिणी तक गठित नहीं कर पाए। और जनता के बीच पैठ बनाने में असफल रहें जिसका भुगतना उसे जिला पंचायत चुनाव मे मिला और अब तक कोइ चुनाव नही जीत पाए हैं। जिसके चलते पटेल की दावेदारी पर लोगो में तरह तरह की प्रतिक्रिया आ रही हैं
वहीं दीपक बांधे छोटे से छोटे और बड़े से बडे़ पद में अपनी दावेदारी कर चूके है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और हैं लेकिन ग्राम पंचायत में पंच पद चुनाव तक नही जीत पाए हैं, वही चंद्रदेव रॉय के समय विधायक प्रतिनिधि और अन्य सभी पदो के लिये दावेदारी की ,और उस समय भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच सामंजस्य बनाने ने असफल रहे, जिसका खामियाजा उसे संगठन चुनाव में मिलेगा । विशेष यह है कि इनकी कोई राजनितिक पृष्ठभूमि नहीं है
डिगेश यादव, किसान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और खैरा सोसायटी अध्यक्ष रह चूके हैं, इन्हे संगठन में सक्रिय कार्यकर्ता के रुप में जानें जाते है, लेकिन इसके ऊपर एक व्यक्ती के इर्द गिर्द परिक्रमा करने विशेष एवं मलाइखोरी का आरोप लगता हैं, वही इसकी पहचान नेताओं के परिक्रमा ” करने वाले नेताओं मे होने लगीं हैं।
गजेन्द्र पटेल काग्रेस पार्टी गिरौदपुरी मंडल अध्यक्ष होने के साथ ही पटेल समाज का परिक्षेत्र अध्यक्ष है, समाजसेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाते हुऐ अच्छे वक्ता माने जाते हैं, कांग्रेस पार्टी के एक निष्ठावान कार्यकर्ताओं में इसकी गिनती होती हैं।
वही बात करे अमरध्वज यादव की तो तीन बार सरपंच रह चुके हैं और कांग्रेस संगठन में सक्रिय, शांत और जनाधार वाले नेता माने जाते हैं। वे कसडोल ब्लॉक किसान कांग्रेस अध्यक्ष व यूथ कांग्रेस उपाध्यक्ष जैसे पदों पर भी रह चुके हैं। साथ है साथ कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव भी रहे है
अब देखना यह होगा कि पार्टी नेतृत्व संगठन की मजबूती को तरजीह देते हुए ब्लाक अध्यक्ष एक निष्ठावन को नियुक्त करता हैं या किसी चाटुकारिता करने वाले को जिम्मेदारी देता हैं।
