साइबर अपराध,नशा मुक्ति,महिला संबंधी अपराध, यातायात सुरक्षा संबंधी जनजागरूकता अभियान चलाया गया।
महासमुंद // जिला महासमुंद में लगातार जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके क्रम में ग्राम पिथौरा खेल मैदान, ग्राम पाईकपारा थाना बलौदा, ग्राम भानपुर वार्ड नं 01, ग्राम पिरदा, ग्राम पिथौरा गुरुकुल विद्यालय सोना सिली, ग्राम जमदरहा शासकीय उच्च प्राथमिक शाला, ग्राम बालोदा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर शासकीय महाविद्यालय, ग्राम सावित्रीपुर शासकीय विद्यालय, ग्राम पैकिंग शासकीय विद्यालय चारभाटा, ग्राम तेन्दुकोना धान मंडी, ग्राम पाईकपारा, ग्राम नयापारा खुर्द पोस्ट मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास, ग्राम भंवरपुर साप्ताहिक बाजार, ग्राम झलप बाजार जिला महासमुंद में जिला पुलिस द्वारा साइबर जागरूकता, नशा मुक्ति अभियान महिला संबंधी अपराध एवं यातायात सुरक्षा की जानकारी देने के संबंध में जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस की टीम के द्वारा ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार की जानकारियां साझा की गई -
सायबर स्टाकिंग, फेक प्रोफाईल के संबंध में तत्काल रिपोर्ट करने हेतु कहा गया।
सोशल मीडिया में पर्सनल व सेंसिटीव जानकारी न शेयर करने एवं मजबूत पासवर्ड बनाने हेतु कहा गया।
फेक ट्रेडिंग एप के नाम पर ठगी, सेक्सटार्शन, फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर ठगी करने एवं एपीके फाईल लिंक को ओपन न करने आदि अपराधों के बारे में रोकथाम हेतु जागरूक की गई।
यदि किसी प्रकार के ऑनलाईन फ्रॉड होने सायबर हेल्प लाईन नंबर 1930 में ऑनलाईन शिकायत दर्ज करने के अलावा अपने निकटतम पुलिस थाना या सायबर सेल जाकर रिपोर्ट कराने के संबंध में जागरूक किया गया।
बढ़ते नवीनतम साइबर क्राईम के बारे में बताया गया कि सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर सुरक्षा एवं प्राईवेसी को ध्यान में रखते हुये सावधानी पूर्वक सोशल मीडिया में व्यवहार करें। सोशल मीडिया में अनजान लोगो को रियल लाईफ में सत्यापन किये बिना उनका फ्रेंडशीप रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करने, सोशल मीडिया में सायबर बुलिंग, सायबर स्टाकिंग, फेक प्रोफाईल के संबंध में तत्काल रिपोर्ट करें, सोशल मीडिया में पोस्ट थर्ड पार्टी एप्स, लिंक अंजान से न जुड़ने, सोशल मीडिया में पर्सनल व सेंसिटीव जानकारी न शेयर करने मजबूत पासवर्ड बनाने, लोगों को गुमराह करने से संबंधित फारवर्डेड मैसेज या पोस्ट को बिना सत्यता के सोशल मीडिया में न शेयर करने, व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम ,टेलीग्राम आदि में प्राईवेसी सेटिंग, टू-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन करने हेतु, शेयर बाजार में निवेश के नाम पर फेक ट्रेडिंग एप के नाम पर ठगी, सेक्सटार्शन, फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर ठगी करने एवं एपीके फाईल लिंक को ओपन न करने आदि अपराधों के बारे में रोकथाम हेतु जागरूक कर सायबर हेल्प लाईन नंबर 1930 में ऑनलाईन शिकायत दर्ज करने के अलावा अपने निकटतम पुलिस थाना या सायबर सेल जाकर रिपोर्ट करने हेतु कहा गया। किसी भी अनजान नम्बरों से आए वीडियो कॉल अटेंड ना करें, यदि किसी परिचित के द्वारा फोन पर पैसे की मांग की जाती है,तो स्वयं उस परिचित को दुबारा फोन लगाकर फोन नंबर की तसदीक करें, किसी अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक न करें,कोई भी अनजान व्यक्ति फोन करके यदि यह कहे कि आपके नाम से FIR हो गया है आपको जेल जाने से बचने के लिए आपको पैसा देना पड़ेगा, तो किसी भी प्रकार से कोई फोन पे,गूगल पे के माध्यम से पैसा ना भेजें, कोई पुलिस ऑफिसर, सीबीआई या जज, बैंक ऑफिसर या अन्य कोई अधिकारी बनकर वीडियो कॉल करे तो डरें नहीं, किसी भी तरह के ऐसे ऑफर जिसमें पैसा दुगुना करने का लालच दिया जाता है उन पर विश्वास ना करें, आदि के बारे में बताया गया तथा साइबर फ्रॉड होने पर टोल फ्री नंबर 1930 एवं साइबर थाना में शिकायत करने बताया गया साथ ही नशे के दुष्परिणाम एवं नशे से बचने के बारे में बताया गया. इसके साथ ही अपने क्षेत्र में गौ वंश पशुओं की तस्करी के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल संबंधित थाने को जानकारी देने बताया गया। डायल 112 के महत्व को भी साझा किया गया जिसमें लगभग 2000 से ज्यादा छात्र-छात्राएं एवं ग्रामवासी लाभान्वित हुए।
